उप्र / जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 80 फीसद जमीनों का अधिग्रहण पूरा, किसानों ने सीएम को सौंपी भूमि

लखनऊ. नोएडा के जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 80 फीसदी भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। बुधवार को राजधानी लखनऊ में किसानों ने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जमीन अधिग्रहण संबंधी कागजात सौंप दिए। इस दौरान सीएम योगी ने भी किसानों को प्रमाण पत्र बांटे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, जेवर के आसपास का क्षेत्र विकास से दूर था, लोगों के सामने पहचान का संकट पैदा हो गया था। इसलिए भारत सरकार ने जेवर के पास इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की मंजूरी दी है। आपसी सहमति से कैसे विकास को बढ़ाया जा सकता है, जेवर इसका उदाहरण है। 




मुख्यमंत्री ने कहा कि, मैं सभी किसान भाइयों का हृदय से स्वागत करता हूं। दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट हमारे प्रदेश में बने, इसके लिए सभी किसान बधाई के पात्र हैं। योगी आदित्यनाथ ने जमीन यमुना प्राधिकरण (यीडा) को सौंप दी। इससे एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनी के चयन में सहूलियत होगी। 




उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि, दिल्ली एनसीआर में इस एयरपोर्ट का विकसित होना एक ऐतिहासिक निर्णय है। जेवर एयरपोर्ट विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। वहीं, जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि, आज प्रदेश की जनता के लिए ऐतिहासिक दिन है। 77 फीसदी जमीन का पहले ही अधिग्रहण किया जा चुका था, आज 6 गांव के 80 किसानो ने 3 फीसदी जमीन भी जेवर एयरपोर्ट के लिए दे दी है। जिससे जेवर एयरपोर्ट के लिए 80 फीसदी जमीन का अधिग्रहण हो गया है। 


कुल 1334 हेक्टेअर चाहिए जमीन
नोएडा एयरपोर्ट बनाने के लिए कुल 1334 हेक्टेयर जमीन चाहिए। इसमें से 92 हेक्टेयर सरकारी जमीन पहले ही एयरपोर्ट के नाम की जा चुकी है। 1239 हेक्टेयर जमीन किसानों से अधिग्रहीत की जा रही है। जिला प्रशासन अब तक 1005 हेक्टेयर ले चुका है, जिसके एवज में किसानों को 2490 करोड़ रुपए मुआवजा दे चुका है। इस जमीन पर यीडा को कब्जा दे दिया है। एयरपोर्ट बनाने के लिए कंपनी के चयन की एक बड़ी शर्त यह है कि कुल जमीन का 80 फीसदी कब्जे में हो, तभी कंपनियां आवेदन करेंगी। इस आंकड़े को प्रशासन ने बुधवार को छू लिया।