कौथिग प्रमुख केशर सिंह बिष्ट ने आज सृष्टि चक्र से अपने अनुभवो को साझा करते हुए कहा कि मैंने मुंबई पत्रकारिता के उस काल खंड को ज़िया है, जिसका जिक्र ठाकरे परिवार के बिना पूरा नहीं हो सकता।
बाल ठाकरे से पत्रकारों की मित्रता और अदावत के किस्सों की लंबी दास्तां है।
बहरहाल, उस पर फिर कभी...
फिलहाल, बात ठाकरे परिवार के नई पीढ़ी के उस युवा की जिसे कई मौकों पर देखने के बावजूद यह मानना मुश्किल हो जाता है कि यह विचारों की तेज धार पर चलनेवाले उस ठाकरे परिवार की नुमाइंदगी कर रहा है, जिसने सहमति-असहमति के मद्धिम सुर को आर-पार कर दिया था और अपनी शर्तों पर राजनीति की।
आदित्य ठाकरे* के रूप में मुखर राजनीति का यह नया चेहरा बेहद सौम्य और सरल है। गर्म राजनीति का यह नर्म चेहरा शिवसेना की नई उम्मीद है।
इस उम्मीद को उत्तराखंड के नई उम्मीद के चेहरों ने कौथिग_संवाद का निमंत्रण_पत्र सौंपा और कौथिग_कुम्भोत्सव में आने का न्योता दिया।
शायदआपकोपताहोन_हो...
उत्तराखंड आंदोलन जब अपने चरम पर था तब शिवाजी पार्क में हर साल आयोजित होनेवाली शिवसेना की दशहरा_रैली में उत्तराखंड के आंदोलनकारी फील्ड मार्शल के नाम से विख्यात दिवाकर भट्ट को मंच पर जगह दी गयी थी और ऐसा शिवसेना के इतिहास में पहली बार हुआ था कि शिवसेना नेताओं के अलावा कोई और मंच पर विभूषित था।
सम्मान के उन लम्हों का आभार प्रकट करने और सम्मानित करने हमने भावनाओं का यह पत्र सौंपा है और पहली बार विधायकव मंत्री बने आदित्य_ठाकरे ने न्योता स्वीकार कर आने की हामी भरी है। अतः आपसे निवेदन है कि आभार प्रकटीकरण के इस मौके पर आप कौथिग में अवश्य शामिल हों !
समाज भावनाओं के इस आदान-प्रदान से ही निखरता है और संवरता है।